रूस की जासूस निकली यह व्हेल मछली? मौत के बाद सामने आए चौंकाने वाले राज

रूस की जासूस निकली यह व्हेल मछली? मौत के बाद सामने आए चौंकाने वाले राज


जानवरों के जरिए जासूसी किया जाना काफी वक्त से चलन है। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान कबूतरों का इस्तेमाल संदेश पहुंचाने के लिए किया गया। हाल के दिनों कबूतरों के पैरों पर कैमरे बांधकर जासूसी भी कराई गई। कोल्ड वॉर के दौरान अमेरिकी नौसेना ने डॉल्फिन को पनडुब्बियों और पानी के भीतर बिछी बारूदी सुरंगों का पता लगाने के लिए ट्रेन किया था। 60 के दशक में अमेरिकी सीआईए ने ‘प्रोजेक्ट एकॉस्टिक किटी’ के तहत बिल्लियों को जासूस के रूप में इस्तेमाल किया, जिनके शरीर में माइक्रोफोन और ट्रांसमीटर फिट थे। इसी तरह चूहों से लेकर गिलहरियों तक को भी जासूसी के लिए इस्तेमाल करने की रिपोर्ट्स सामने आई हैं। फिलहाल एक व्हेल मछली काफी चर्चा हैं। जिसे कथित तौर पर रूस का जासूस बताया जा रहा है। हालांकि, हवल्दिमिर नाम की व्हेल मछली की मौत हो गई है, मगर यह सवाल गहरा गया है कि आखिर इसे किसने और क्यों मारा?

बात 31 अगस्त की है जब नॉर्वे के तट पर मछली पकड़ने गए एक पिता और बेटे ने हवल्दिमिर नाम की प्रसिद्ध सफेद बेलुगा व्हेल का मृत शरीर पाया। यह खबर तेजी से फैली और अब इस वाकिये के 5 दिन बाद भी इस मामले में नया मोड़ आ गया है। दो पशु अधिकार संगठनों- वनव्हेल और नोआ ने दावा किया है कि हवल्दिमिर की मौत गोली मारकर की गई। इन संगठनों ने पुलिस में रिपोर्ट भी दर्ज कराई है। इस दावे के बाद यह सवाल उठ रहा है आखिर हवल्दिमिर को किसने मारा?

हवल्दिमिर की मौत पर रहस्य

नॉर्वे की सरकारी मीडिया एनआरके ने 31 अगस्त को रिपोर्ट दी थी कि व्हेल का मृत शरीर रिसाविका खाड़ी में तैरता हुआ मिला। शव को बाहर निकाला गया और जांच के लिए पास के बंदरगाह पर ले जाया गया। समुद्री जीव विज्ञानी सेबास्टियन स्ट्रैंड ने कहा, “हवल्दिमिर की मौत हो गई है लेकिन उसकी मौत का कारण तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाया।” उन्होंने यह भी बताया कि व्हेल पर कोई बड़े बाहरी घाव नहीं दिखे।

हालांकि, वनव्हेल और नोआ ने दावा किया कि हवल्दिमिर की मौत किसी इंसानी हमले में हुई है और इस हत्या को जानबूझ कर अंजाम गिया है। अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, वनव्हेल की संस्थापक रेजिना हॉग ने कहा कि उन्होंने हवल्दिमिर के शरीर को सोमवार को देखा और उसके शरीर पर कई गोलियों के निशान पाए। उन्होंने कहा, “उसके शरीर पर गोलियों के कई घाव थे, मैंने यहां तक कि एक गोली भी उसके शरीर में फंसी देखी। यह निस्संदेह एक जघन्य हत्या है।”

नोआ के प्रमुख सिरी मार्टिनसेन ने भी कहा, “व्हेल पर जो चोटें मिली हैं, वो बहुत ही चिंताजनक हैं और आपराधिक कृत्य से इंकार नहीं किया जा सकता।” दोनों संगठनों ने सैंडनेस पुलिस जिले और आर्थिक एवं पर्यावरण अपराध की राष्ट्रीय जांच एजेंसी में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने पुष्टि की कि उन्हें रिपोर्ट मिली है और वे जांच शुरू करेंगे।

क्या वाकई रूस की जासूस है हवल्दिमिर?

हवल्दिमिर पहली बार 2019 में सुर्खियों में आई जब इसे नॉर्वे के उत्तरी जल क्षेत्र में पाया गया था। लोगों में उसके प्रति उत्सुकता तब और बढ़ी जब उसके शरीर पर एक हार्नेस मिला, जिस पर सेंट पीटर्सबर्ग लिखा हुआ था। इस हार्नेस में एक कैमरा माउंट भी था, जिससे कई लोगों ने अंदाजा लगाया कि हवल्दिमिर एक रूसी जासूस हो सकती है, जिसे नॉर्डिक तट पर जासूसी के लिए भेजा गया हो। हालांकि, रूस ने इस व्हेल या उसके हार्नेस के बारे में कभी कोई बयान नहीं दिया।

क्यों मशहूर थी हवल्दिमिर?

मगर कई रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि यह व्हेल सैलानियों और इंसानों के प्रति काफी वफादार थी। वह लोगों के साथ खेलती थी, किसी यात्री का गोप्रो कैमरा खो जाने पर उसे ढूंढ़ लाती थी, रग्बी बॉल के साथ खेलती और पानी के नीचे ड्रोन के साथ मस्ती करती थी।